⚫⚫⚫⚫
ॐ के उच्चारण से होने वाले लाभ और उपयोग.....
सिर्फ 5 मिनट करें “ॐ” का उच्चारण मिलेंगे चमत्कारिक शारीरिक और मानसिक लाभ यह बहुत ही आवश्यक एवं लाभदायक है.....
▪️▪️उच्चारण की विधि ....
प्रातः उठकर पवित्र होकर ओंकार ध्वनि का उच्चारण करें। ॐ का उच्चारण पद्मासन, अर्धपद्मासन, सुखासन, वज्रासन में बैठकर कर सकते हैं। इसका उच्चारण 5, 7, 10, 21 बार अपने समयानुसार कर सकते हैं। ॐ जोर से बोल सकते हैं, धीरे-धीरे बोल सकते हैं। ॐ जप माला से भी कर सकते हैं।
▪️▪️ॐ के उच्चारण से शारीरिक लाभ.....
◼️1. अनेक बार ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।
◼️2. अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं।
◼️3. यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है।
◼️4. यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।
◼️5. इससे पाचन शक्ति तेज़ होती है।
◼️6. इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।
◼️7. थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं।
◼️8. नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से निश्चित नींद आएगी।
◼️9. कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।
◼️10. ॐ के पहले शब्द का उच्चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।
◼️11. ॐ के दूसरे शब्द का उच्चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है जो कि थायरायड ग्रंथी पर प्रभाव डालता है।
▪️आयुर्वेद अपनाएं स्वस्थ जीवन पाएं.....
No comments:
Post a Comment