4 जून के बाद से आज सबसे ज्यादा खुशी वाला दिन रहा।
हार्दिक ने भी बहुत कुछ झेला है और मैं भी उसे कोसने में एक हूँ। पर आज उसके एक एक आंसू मन मे ग्लानि भर रहे थे।
SKY को भी बेवजह लपेटा जाता है जिसकी वजह जातिवादी हैं लेकिन आज उसका कैच भी सबसे बड़े टर्निंग पॉइंट्स में से एक था।
अक्षर ने जो बैटिंग से किया उसका किया कराया बॉलिंग में कर दिया था लेकिन वो हो या कुलदीप, दोनों कई मैच के हीरो रहे हैं।
कोहली ने आखरी दिन दिखा दिया कि वो किंग ही है जो अब हमें देखते हुए नही दिखेगा।(थैंक्यू किंग इस जर्नी के लिए)
बाकी बुमराह जैसा सितारा हो या अर्शदीप जैसा या अन्य खिलाड़ी सबका टीम एफर्ट है ये जिसमें राहुल द्रविड़ को भी नही भूलना चाहिए। आज जो उनका उत्साह था सोचिए कितना इंतजार था उन्हें जो उनके पूरे क्रिकेट करियर में उन्हें नही मिल पाया।
अंत मे रोहित शर्मा, जिसकी कप्तानी भारत के सफलतम कप्तानों में से एक के रूप में याद रखी जायेगी। वनडे वर्ल्ड कप में भी वो अविजित टीम को आगे बढ़ा रहे थे लेकिन आखरी दिन उनका नही था लेकिन इस बार उन्होंने बताया दिया कि एक अविजित कप्तान कैसा होता है।
कुल मिलाकर चैंपियन कैसे होते हैं वो टीम इंडिया ने दिखाया है। आशा करते हैं कि ये यात्रा ऐसे ही भविष्य में भी बनी रहेगी।
शाबाश टीम इंडिया, भारत माता की जय।
वंदे मातरम
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