केन्या की संसद में अराजक भीड़ घुस चुकी है
बहाना है टेक्स की बढ़ी दरों का विरोध
पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बहन इस भीड़ का नेतृत्व कर रही है ।
संसद में भीड़ तोड़फोड़ कर रही है ओर उपद्रवियों द्वारा गोलियां चलाने की भी सूचना है।
ये लोकतांत्रिक अराजकता है जो जनता की आड़ ले कर पूरी प्लानिंग से विपक्ष के साथ मिल कर देश को अस्थिर करने के लिए विदेशी ताकतों द्वारा करवाई जाती है ताकि अपनी पसंद के लोगो को सत्ता में बिठा कर वो ताकते अपना हित पूरा कर सके ।
भारत मे भी कोई बाहरी यही कोशिश कर रहा है
बार बार एक चुनी हुई सरकार को असवैधानिक बताना।संसदीय परम्पराओ को तोड़ना
ओर हर मुद्दे पर सड़क से संसद तक सरकार से टकराव का माहौल बनाना
ये सब जनता का माइंड वाश कर लोकतंत्र के नाम पर जनता को भड़काने की तैयारी है ।
ये सब पूरे प्लान के साथ किया जाता है, प्लान बनता कहि ओर है, यहाँ के लोग सत्ता के लालच में उसे केवल एग्जीक्यूट करते है ।
संख्याबल न होते हुवे भी स्पीकर पद के लिए सरकार से संसद में टकराव भी ऐसी ही किसी प्लानिंग का हिस्सा हो सकता है ।
उम्मीद है सरकार इसे खतरों से कठोरता से निपटेगी
क्योंकि लोकतंत्र को बचाने के नाम पर देश मे लोकतांत्रिक अराजकता फैलाने की छूट किसी को नही दी जा सकती ।

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