सुशांत सिन्हा ने अपने शो में बताया था कि असल मे चक्रव्यूह कैसा है?
इस चक्रव्यूह के बीच मे मोदी है। मोदी के नाम पर भारत है। और भारत के नाम पर हिंदुत्व की बात करने वाला वो हिन्दू जो जातियों से ऊपर अपने धर्म और देश को रखता है।
इस तरह मोदी के नाम पर मोदी के चारो ओर चक्रव्यूह सेट किया हुआ है।
इसके सबसे पहले घेरे में है आर्थिक तंत्र पर चोट ताकि भारत की अर्थव्यवस्था चरमरा जाए। इसके लिए किसी हिन्दनबर्ग की मदद लेकर कहा जाए कि भारत का बाजार फ्रॉड है। यहां से निवेश निकाल दो। LIC/SBI/HAL सब डूब रहे हैं। अपना पैसा हर जगह से निकाल दो और आगे भी निवेश मत करना।
फिर दूसरे घेरे में है अग्निवीर जैसे मुद्दे ताकि सेना में बगावत हो जाये। वो सेना ही है जो गृहयुद्ध या युध्द के समय इस देश की रक्षा करेगी तो उसे सरकार के खिलाफ भड़का दो ताकि वो भी गृहयुद्ध के समय तख्तापलट करने में साथ दे।
तीसरे घेरे में हैं किसान ताकि उसे भड़काकर भारत की फ़ूड सप्लाई खत्म कर दो। एक देश भूखे पेट कितने दिन सर्वाइव कर सकता है?
इस तरह आपने देश का पैसा, सेना और भोजन तीनो ब्लॉक कर दिए जो किसी भी युद्ध के समय जरूरी हैं।
फिर चौथे घेरे में है आरक्षण कि इसके नामपर हिन्दुओ को आपस में लड़ा दो और उनके अंदर भयंकर जातिवाद पनपा दो। इससे जब किसी युद्ध के समय उनसे एक होने की अपील की जाए तो वो आपस में एक दूसरे को खत्म कर दें।
पांचवे घेरे में, संविधान को खतरे में बता दो कि इस देश मे तानाशाही आ चुकी है और इससे पहले कि सरकार तुम्हे मारना शुरू करे, तुम ही सरकार और उसके समर्थकों को चुन चुनकर मार दो वरना ये तुम्हे खत्म कर डालेंगे।
छठे घेरे में फिर अल्पसंख्यक का मुद्दा ले आओ कि वो भी खतरे में हैं और यदि उन्हें खुद को बचाना है तो हमारा साथ दो और हमारी सरकार स्थापित करो, फिर हम सब मिलकर इनसे चुन चुनकर बदला लेंगे।
और सातवें घेरे में हैं विदेशी ताकतें कि तुम हमें फंडिंग करो, हमें प्लान समझाओ, कैसे कोई खलिस्तान करना है, कैसे कोई ईसाई देश नार्थईस्ट में करना है, कैसे कोई मजहबी निजाम की बात केरल/बंगाल में करनी है, कैसे नार्थ बनाम साउथ में लड़ाना है, कैसे हिंदी/गैर हिंदी में बांटना है और फिर जब ये हो जाए तो विदेशी ताकतें लोकतंत्र बचाने के नाम पर इस देश मे हस्तक्षेप करें जैसा वो अन्य देशों में करती हैं।
इस तरह का सात घेरों का चक्रव्यूह है जिसके खिलाफ मोदी को लड़ना है।
मोदी की ताकत जनता का उसपर विश्वास है। हर वो चीज की जा रही है जिससे वो विश्वास टूट सके।
मोदी खत्म तो उसकी आड़ में जितने भी फुदकते हैं और कांग्रेस से लेकर मजहब को गाली देते हैं फिर उनका निपटारा किया जाएगा। राष्ट्रवाद को अपराध घोषित किया जाएगा। जुल्म के खिलाफ बोलने पर ही उठा दिया जाएगा। अन्य देशों से कोई कुछ नही बोलेगा जैसे आज बंग्लादेश पर नही बोलता, उल्टा कहता है कि सब फर्जी बाते हैं। पश्चिम बंगाल की तरह ही आवाज उठाने पर ही घर से उठा दिया जाएगा।
और सुप्रीम कोर्ट, वो बचाने आएगा??
सुप्रीम कोर्ट के जजों को भी उसी तरह घेरा जाएगा जैसा बंग्लादेश में किया और उनसे इस्तीफा ले लिया जाएगा।
और इन सबका बहाना रहेगा कि तानाशाही के खिलाफ जनता ने बगावत कर दी है। वो हिंदुत्व करने वालों को थोड़ी निपटा रहे, वो तो भाजपा समर्थकों को निपटा रहे जो मोदी का साथ देकर जुल्म का साथ देते थे। फलां ने तो हिन्दू को इसलिए काट दिया कि इतने सालों से उसका उत्पीड़न हो रहा था। फलां हिन्दू लड़की को तो इसलिए उठाकर रेप कर दिया क्योंकि ये बेअदबी करती थी । फलां हिन्दू का घर तो इसलिए लूट लिया क्योंकि ये पूंजीवाद का समर्थन करता था और गरीबो को दुत्कारता था। फलां हिन्दुओ से इसलिए इस्तीफा ले रहे कि ये सरकार के साथ तानाशाही में शामिल थे। फलां हिन्दुओ पर इसलिए सम्पत्ति टैक्स इसलिए लगा रहे कि इन्होंने बहुत लूट मचाई हुई थी।
और ये सब अतिश्योक्ति नही, बगल के बंग्लादेश में हो रहा है। बंगाल में हो रहा है। और कितने दर्जन देशों में इसका इतिहास है।
वो अलग बात है कि तुम गलतफहमी में रहो कि मेरे साथ नही होगा और तब तक मैं किसी महंगाई या टैक्स के नाम पर विलाप करता हूँ और मोदी को सबक सिखाने निकल पड़ता हूँ।
ऐसे और पोस्ट देखने के लिए और वंदे मातरम से जुड़ने के लिए क्लिक करें 👇👇
Follow
No comments:
Post a Comment