एक ऐसे युवा के बारे में आपका परसेप्सन क्या बनेगा ?
जो ..हाई स्कूल व इंटरमीडियट की परीक्षा में अच्छा स्कोर किया था ! JEE की परीक्षा में अच्छी रैंक थी ! देश के प्रतिष्ठित संस्थान से इन्जीनियरिंग किया है। सम्भवतः इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री भी किया ! देश के प्रतिष्ठित संस्थान मे नौकरी भी मिल गयी ! देश की सुरक्षा की रीढ़ माने जाने वाले प्रोजेक्ट से भी जुड़ गया ! वैज्ञानिक कहा जाने लगा !
लेकिन ..इन सब के होते हुए भी एक चीज की कमी रह गयी । वो था कैरेक्टर !
हा तो ..क्या परसेप्सन बना ऐसे युवा के बारे में ?
बहुत से लोगो के दिमाग में ये आ गया होगा कि..अरे कैरेक्टर वैरेक्टर कुछ नहीं होता हैं !
लड़का ब्रिलियंट हैं ! ब्रिलियंट !
परंतु जब ये जानेंगे कि..ऐसे युवा को चौदह वर्ष की जेल की सजा सुनाई गई. तब पता चलेगा कि...कैरेक्टर ( चरित्र ) का क्या महत्व होता हैं !
निशांत अग्रवाल नामक युवा ..देश की प्रतिष्ठित संस्थान से इंजीनियरिंग करके ब्रम्होस एयरोस्पेस मे नौकरी पा गया और वैज्ञानिक बन गया !
वर्तमान में ब्रम्होस मिसाइल देश की सुरक्षा के लिये रीढ़ है। इसकी टेक्नोलॉजी दुश्मन देश पाने को आतुर है।
निशांत अग्रवाल... सोशल मीडिया के किसी आन लाईन लौंडिया ( आनलाइन लौंडिया मतलब जिसके बारे में ये तक पता नहीं है..कि वो महिला हैं या पुरुष .. केवल सोशल मीडिया पर महिला नाम ही प्रचलित हो रहा है। ) के हाय हैलो में फंस गया !
अब हाई स्कूल, इंटरमीडिएट, JEE मे अच्छा स्कोर करने वाले कथित ब्रिलियंट लड़के को ये नहीं समझ में आया कि...जिस महिला को जानता तक नहीं... उसे ब्रम्होस मिसाइल का डाटा क्यु दे दिया जाये ??
आनलाईन महिला ने कहा ..वो रिसर्च करना चाहती हैं..तो ये कथित ब्रिलियंट लड़का/ वैज्ञानिक ..ब्रम्होस एयरोस्पेस के मेन कम्प्यूटर से तीन एप जिसमे ब्रम्होस मिसाइल का डाटा था अपने लैपटॉप पर डाउन लोड करके... उसको भेज दिया !
अब इस लड़के के बारे में क्या परसेप्सन बना ?
जिन मूर्खो को ब्रम्होस मिसाइल की महत्ता का पता नहीं होगा ..उसके डाटा की महत्ता का पता नहीं होगा ..वो अभी भी ऐसे युवा को ब्रिलियंट मान कर उसका गुणगान करेंगे !
खैर ..तीन राज्यों की पुलिस की ATS कड़ी मसक्कत करके... मामले का खुलासा किया !
एक कथित वैज्ञानिक में चरित्र न होने.. व उसके लंपटपने का देश की सुरक्षा पर क्या घातक परिणाम होगा ..ये आने वाला भविष्य बतायेगा !
अब बार बार चेतावनी दी जा रही है..कि हनीट्रेप से सावधान रहे ! परंतु उसके बाद भी ??
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वास्तव में.... निशांत अग्रवाल की जो मानसिकता थी...ऐसी मानसिकता वाले लोग ..हजारो हैं ! अपने ब्रिलियंट बनने के चक्कर में... ये ट्रैप में फंसते हैं !
कोई ट्रैप में फंस कर...देश की महत्वपूर्ण मिसाइल की टेक्नोलोजी दुश्मन देश को सौप दे रहा है।
तो कोई ट्रैप में फंस कर अपने ही देश की सरकार को कमजोर करने में लग जाता हैं !
क्या निशांत अग्रवाल को किसी ने समझाया न होगा कि...अरे ऐसा न करो...देश खतरे मे आ जायेगा ? बिल्कुल किसी न किसी ने समझाया होगा !
लेकिन उसका ..जबाब रहा होगा कि..पाकिस्तान का नाम लेकर डराना बंद करो ! मोहब्बत की दुकान खोलो ! मोहब्बत बांटो !
खैर न्यायालय ने ..निशांत को विभिन्न धाराओ मे...सजा सुना दी हैं ! 14 वर्ष की !
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निशांत मे किसी चीज की कमी थी ..तो मेरे विचार से राष्ट्रवाद की ! अन्यथा वो कभी भी ..अनजान महिला नामधारी को मिसाइल डाटा न सौप देता !
इसीलिए...जब कोई राजनीतिक दल या बुद्धिजीवी सार्वजनिक तौर राष्ट्रवाद का मजाक उड़ता है...इसके विरोध में आता हैं..तो उसे गालिया ही देने का मन करता हैं !
क्योंकि वो जाने अंजाने ..निशांत अग्रवाल जैसो को ही प्रवोक करता हैं ! अपना घर जलाने के लिये !
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वास्तव में ..निशांत अग्रवाल जैसो को 14 वर्ष बाद भी कैद से छोड़ने लायक नहीं है। ये दुश्मन देश में जाकर वहाँ नौकरी करके उनको ब्रम्होस मिसाइल बनाने में मदद कर सकता हैं ! क्योंकि भले ही देश की कम्पनिया नौकरी न दे ..दुश्मन देश जो ब्रम्होस मिसाइल बनाना चाहते हैं.. इसे अपने यहाँ रख सकते हैं? भारत सरकार.. व भारत के न्यायालयो को इस दृष्टिकोण से भी सोंचना चाहिए !
वंदे मातरम
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