Followers

Wednesday, June 19, 2024

कथित मजबूत विपक्ष किसके लिये ?

 कथित मजबूत विपक्ष किसके लिये ?

-----------------------------------------------
आजकल समुद्र में बड़े बड़े जहाज चलते हैं ! ये किसी एक देश का माल नहीं लादते ! अपितु विभिन्न देशो में उतरने वाले कंटेनर लाद लेते हैं !
उदाहरण के लिये कोई बड़ा जहाज न्युयॉर्क से चला ..तो हो सकता हैं तो उस पर लदा गया कुछ माल अफ्रीकी देशों के लिए हैं.. कुछ एशिया के देशो के लिये तो कुछ को आस्ट्रेलिया में उतरना है।
समुद्री यातायात में जगह जगह " ट्रांससिपमेंट टर्मिनल " बने होते हैं.. ! बड़े जहाज उस ट्रांससिप टर्मिनल पर कंटेनर उतार देते हैं... वहाँ से ट्रक से या रेल से या फिर समुद्री जहाज से अपना कंटेनर उठा कर लाया जाता हैं !

अमरीका से जब ..भारत के लिए ..जब कोई माल कंटेनर में भर कर भेजा जाता हैं.. तो किस ट्रांससिप टर्मिनल पर उतरता हैं ?
कोलंबो में या सिंगापुर में !
वहाँ से फिर जहाजों में भर कर मुंबई, कांदला या कोलकाता या दूसरे पोर्ट पर लाया जाता हैं !

इस प्रक्रिया में ...कोलंबो या सिंगापुर को अच्छी खासी रकम का भुगतान करना ही पड़ता हैं !

क्या भारत में " ट्रांससिप टर्मिनल " बनाया जा सकता हैं ??
दक्षिण भारत के केरल राज्य में ..एक" ट्रांसपोर्ट टर्मिनल" बनाया जा रहा है।
परंतु जब से केंद्र में मोदी सरकार आयी हैं..तब से..स्ट्रेटजिक रुप से एक दूसरा प्लान चल रहा है ! नीति आयोग ने भी इसको प्रस्तावित किया है। और ग्रीन ट्रिब्यनल से भी ..इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल गयी है ।

प्रोजेक्ट क्या है ?
ग्रेट निकोबार में एक ट्रांससिप टर्मिनल स्थापित करने की परियोजना !
इधर कुछ विकास.. हिंद महासागर में चीन के प्रभाव को कम करने के लिये भी किया जा रहा है। जो भारतीय नौ सेना को..मजबूती देगा !

तो चीन को ऐतराज तो नहीं होगा ?

अब हुआ क्या ? जिस ट्रांससिप टर्मिनल के प्रोजेक्ट को ..नीति आयोग मंजूरी दे चुका हैं ..ग्रीन ट्रिब्युनल मंजूरी दे चुका हैं ...उस पर ऐतराज जताया हैं..नये नये बने विपक्ष के एक घटक ने ! ( अंदाजा लगा ले ..कौन सा दल हो सकता हैं )
बहाना क्या लिया गया ?
300 या 400 वाले आदिवासी समुदायों की संस्कृति में हस्तक्षेप का ??
पर्यावरण का ??
कुछ भी हो...लेकिन बहाना तो चाहिये न ?

बहुत सारे मतदाता ..केवल प्रधानमंत्री का घमंड तोड़ना चाहते हैं ! उसको तो ये मतलब है..कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना ..पांचवीं अर्थव्यवस्था वाले देश का प्रधानमंत्री पारिवारिक राजकुमारो के सामने भिखारी की तरह रहे !
इससे कोई मतलब नहीं कि पारिवारिक शहजादे किसके प्यादे हैं ??

मै अधिक चुनावी राजनीतिक बकवास करने वालो को गालिया इसीलिए देता हू कि पहले अच्छी तरह से जान समझ तो लो ।

No comments:

Post a Comment

साभार एक विमर्श.... यूं तो #भारत ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है

 साभार एक विमर्श.... यूं तो #भारत ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है।लेकिन आज #योग और #आयुर्वेद पर चर्चा कर रहे हैं।ऐसे माहौल में जब #एलोपैथी ने ...