एक रहस्यमय घटना जो आज तक राज है कि आखिर राजीव गांधी ने एंडरसन को तुरंत अमेरिका भेज दिया तो अमेरिका ने बदले में अमेरिका की जेल में 35 साल की सजा काट रहे आदिल शहरयार को छोड़ दिया
जिसके बारे में सुषमा स्वराज जी ने संसद में विस्तार से बताया था
खान अब्दुल गफ्फार खान एक दिन नेहरू से अपने भांजे यूनुस खान को मिलाए और बोले कि यह बड़ा ब्रिलिएंट लड़का है ग्रेजुएशन पूरा नही किया है कुछ दिन आपके साथ रहेगा तो थोड़ा और ज्यादा सीख जाएगा
नेहरू ने उसे अपने घर में ही एक कमरा दे दिया मोहम्मद यूनुस नेहरू का भाषण लिखता था और इंदिरा गांधी को भी पढ़ाता था और नेहरू को प्रभावित कर लिया
फिर खबर आई कि 1 साल के लिए इंदिरा गांधी को नेहरू ने विदेश में भेज दिया
फिर खबर मिली की मोहम्मद यूनुस जो ग्रेजुएट तक नही था भारतीय विदेश सेवा का अधिकारी नहीं था उसे नेहरू ने अपने विशेष प्रभाव से भारतीय विदेश सेवा में नियुक्त करके कभी इजिप्ट तो कभी स्पेन तो कभी लीबिया में राजदूत नियुक्त कर दिया
फिर एक दिन खबर मिली कि मोहम्मद यूनुस का बेटा आदिल शहरयार अपनी बुआ के पास पल रहा है
पूरी दुनिया चौंक उठी की मोहम्मद यूनुस की तो शादी ही नहीं हुई फिर उसका बेटा कहां से हो गया ?
फिर जब आप थोड़ा दिमाग लगायेगे तब पता चल जाएगा कि क्यों मोहम्मद यूनुस को नेहरू ने विशेष अधिकार से भारतीय विदेश सेवा का अधिकारी बनकर भारत से दूर तमाम देशों में नियुक्त किया
वह क्यों नहीं चाहते थे कि मोहम्मद यूनुस भारत में रहे और यह भी नहीं चाहते थे कि मोहम्मद यूनुस अपना मुंह खोले
मोहम्मद यूनुस की अपनी पत्नी से सिर्फ दो लड़कियां थी अब आदिल शहरयार की मां कौन थी यह राज रहा
हालांकि पूरी दुनिया को पता चल चुका है कि आदिल शहरयार की मां इंदिरा प्रियदर्शनी थी
आदिल शहरयार मां और बाप से दूर रहने की वजह से बिगड़ गया था और अमेरिका में रहता था वह एक बहुत बड़े ड्रग्स कोर्टेल का हिस्सा बन चुका था
एक दिन मियामी में उसके बंगले पर अमेरिका की पुलिस ने छापा मारा तो 80 किलो कोकेन मिला
उस जमाने में यह बहुत बड़ी बरामदगी थी और अमेरिका की अदालत ने उसे 35 साल की सजा सुना दी और वह फ्लोरिडा की जेल में बंद हो गया वह 10 साल तक जेल में बंद रहा
फिर भारत में भोपाल गैस कांड हुआ अमेरिकी नागरिक और यूनियन कार्बाइड के मालिक एंडरसन और यूनियन कार्बाइड के आठ बड़े अमेरिकी अधिकारी भोपाल में ही थे रोनाल्डो रीगल और राजीव गांधी के बीच में एक डील हुई उसे डील के तहत राजीव गांधी ने सरकारी विमान से भोपाल से एंडरसन और यूनियन कार्बाइड के दूसरे लोगों को दिल्ली बुलाया और दिल्ली से अमेरिका भेज दिया और उधर अमेरिका में खबर छपी कि रोनाल्डो रीगल ने अपने विशेष पावर का इस्तेमाल करके आदिल शहरयार को जेल से रिहा कर दिया
रिहा होने के बाद आदिल शाहयार दिल्ली में रहा यहां उसने एक कंपनी बनाई जिसका नाम था प्रियदर्शनी इंस्टिट्यूट सेंटर
और उसे भारत सरकार के तमाम विभागों से खूब काम मिले
वैसे इंदिरा गांधी का नाम कभी इंदिरा प्रियदर्शनी था
आदिल शहयार की मौत 1990 में हो गई और उसे गुपचुप दफन कर दिया गया
इस खानदान के बहुत गंदे गंदे राज हैं
या खानदान ही गंदा है
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