बंगाल मे हमारे लोगों के साथ हिंसा के एक से एक हृदयविदारक वीडियो और फोटो आ रहे हैं। आज अमित मालवीय ने भी एक वीडियो डाला है ट्विटर पर जिसमे एक TMC समर्थित गुंडा एक हिन्दू युगल को बेरहमी से गिरा गिरा के पीटता नजर आ रहा है। मालवीय जी बंगाल को आज शरिया-गवर्न्ड स्टेट बता रहे हैं। पर सवाल यह है कि आप बता किसको रहे हैं, क्योंकि जमीनी वास्तविकता से मुँह चुराने वाली भाजपा के अतिरिक्त पूरा देश तो जाने कबसे यह सब देखता जानता रहा है।
सवाल यह है कि केंद्र मे बैठी भाजपा क्या कर रही है सिवाय क्लीव नपुंसकों की तरह तमाशा देखने के? कभी नड्डा जी बंगाल भाजपा से रिपोर्ट तलब कर लेते हैं तो कभी माननीय गृहमंत्री जी राज्यपाल से, लेकिन इन रिपोर्ट्स का होता क्या है सिवाय पुल्ली बना के अपने अंगविशेष मे डाल लेने के?
एक जिज्ञासा यह भी है कि राष्ट्रनिर्माण के दम भरने वाला — प्रधानमंत्री सहित भाजपा के अधिकांश शीर्ष नेताओं का हेडमास्टर रहा संघ ही क्या उखाड़ रहा है बंगाल की जमीन पर? कश्मीर मे कबाईले घुसे और उन्होंने डेमोग्राफी बदल दी तो इसका क्रेडिट नेहरू के नाम है। लेकिन बंगाल मे रोज जो हजारों हजार बगलादेशी घुसपैठ कर रहे हैं बांग्लादेश से — उनका क्रेडिट वर्तमान प्रधान को क्यों नही मिलना चाहिये भई? प्रधान अपना सुपर-चाँटू “मन की बात” कार्यक्रम जारी रखे हुए हैं, लेकिन इस खुली दबंगई और उसे मिल रही स्थानीय सत्ता की शह पर उनके मुँह से एक शब्द तक नही निकल रहा अभी तक।
356 लगाने मे हाथ आपके काँपते हैं। NRC लागू करने मे पतलून आपकी भीगी जा रही है। जब आपके अंगविशेष मे पॉलिटिकल-करेक्टनेस का कीड़ा है - आपको तमाशा देखने से अधिक कुछ करना ही नही है, तो फिर केंद्र मे सीधे राउल-लेडशं सरकार ही बन जाने दिये होते. . . कम से कम हिन्दुओं का ये वहम तो दूर हो जाता कि दिल्ली मे उसके हितों का संरक्षण करने वाली कोई सरकार बैठी है। केवल विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के साथ दांत चियारती सेल्फी निकालते रहने से भारत और हिन्दुओं का हितरक्षण हो जायेगा???
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