मुट्ठी भर जो विदक
गए, उनका चरित्र तो वही जानें...
परंतु ज्यादातर चाहने वालों ने तो संदेश यही दिया कि हमारा
#यह_संबंध_तो_अटूट_है_मोदी_जी !!
सफलता में अभिनंदन करना तो ठीक है लेकिन असफलता के क्रंदन में किसी का साथ छोड़ जाना भीड़ का चरित्र है, #मित्र का नहीं ! ... और #चौकीदार से घना भला और कोई मित्र हो सकता है क्या...??
देसी विदेशी इतनी सारी भारत विरोधी शक्तियों से लोहा लेते हुए... और उन शक्तियों के मनसूबों को ध्वस्त करते हुए तीसरी बार सरकार बना पाना किसी आश्चर्य से कम नहीं,, और ऐसा सिर्फ मोदी जी ही कर सकते थे।
इसमें ईश्वर की इच्छा का आशीष भी है ! इसके पूर्व भी भारत जिस चतुर्दिक चंगुल में फंसाया जा चुका था उससे उबारने के लिए परमात्मा की इच्छा से ही 2014 में सत्ता परिवर्तन हुआ था। स्वतंत्रता के पश्चात सच्चे अर्थों में कहें तो पहली बार ही कोई 'संपूर्ण भारतीय' सरकार सत्तारूढ़ हुई थी।भाजपा और मोदी जी तो माध्यम मात्र थे। फिर भी माध्यम का भी अपना स्थान और महत्व तो होता ही है क्योंकि प्रभु भी पात्र के अनुसार ही कार्य सौंपते हैं !
एक निःस्वार्थ और #निर्लिप्त व्यक्ति किसी दिव्य उपहार के रूप में देश का नेतृत्व करने के लिए हमें मिला है, जिनके आसपास भी संप्रति ऐसी कोई अन्य प्रतिभा नहीं दिखती।
ऐसा देशभक्त, इतना शिष्ट, इतना संवेदनशील, इतनी #सर्वव्यापी_दृष्टि रखने वाला, ऐसा अद्भुत वक्ता, अपनी भारतीय #संस्कृति_और_धर्म से इतना #ओतप्रोत और इनके प्रति ऐसी श्रद्धा रखने वाला नेता इस समय तो कोई अन्य नहीं दिख रहा जितना मोदी जी हैं।
उनकी #निःशंक_देशभक्ति और #उज्ज्वल_चरित्र का तो कहना ही क्या...
लेकिन चलिए यदि मान भी लें कि
मोदी जी ने #चार_काम नहीं किये... और
चार अन्य कामों में #गलतियाँ भी हुईं... तो भी उन्होंने जो चौबीस जबरदस्त काम किये हैं उन्हें हम कैसे भूल सकते हैं !?
हमारा साथ तो हर हाल में रहेगा क्योंकि एक शानदार सड़क यदि कहीं पर थोड़ी-सी टूट-फूट भी जाए तो भी हम सड़क को छोड़कर बगल की नाली में नहीं कूद सकते !
युद्धभूमि में मुर्च्छित लक्ष्मण के साथ हनुमान बनकर अडिग खड़े रहिए, परिश्रम की पराकाष्ठा करते हुए संजीवनी ले आइए और फिर देखिए कि कैसे लक्ष्मण जी की मूर्च्छा भी दूर होगी और मेघनाथ का वध भी होगा !!
किसी ने मतदान के दिनों में मुझसे पूछा था कि आप किसे वोट देंगे ?
मैंने उन्हें उत्तर दिया था कि इस एक राममंदिर पर ही मेरे तो दस-दस जन्म न्यौछावर हैं !!!
No comments:
Post a Comment