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Tuesday, August 20, 2024

एक समय था जब hinduo के घर में 3-4 बेटे , 5 बेटे , 7 बेटे होते थे और hinduo का पूरा दबदबा होता था।

एक समय था जब hinduo के घर में 3-4 बेटे , 5 बेटे , 7 बेटे होते थे और hinduo का पूरा दबदबा होता था।

लेकिन आज वो भी 2 पर यानी एक बेटा और 1 बेटी पर सीमित हो गए हैं इसकी बड़ी वजह थी हम दो हमारे दो का नारा जो  जिहादी काँग्रेस ने हिन्दुओ को मूर्ख बनाने के लिए गढ़ा था ताकि झूठे आदर्शवादी  हिन्दू  2 पैदा करे और मुल्ले 10-12 । इस तरह से मुल्लों का आबादी , वर्चस्व बढ़ता जाए और उसका वोटबैंक भी  बढ़ता जाए।


पहले  हिंदुओ के घर में 3-4 बेटे , 5 बेटे , 7 बेटे होते थे मगर  fashionbaazi  अंधे  दौड़ में  hinduo में 1 बेटा और 1 बेटी वाली बीमारी लग गयी।

4 बेटे तो कम से कम होने चाहिए । 1 बेटा रखो , और अगर उसका accident हो जाए, suicide कर ले , कोई बीमारी हो जाए , या फौज में बलिदान हो जाए तो पूरा वंश खत्म हो जाए ।

हिंदुओ के लड़के सबसे ज्यादा फौज और पुलिस में जाते हैं । मगर दूसरों की देखा देखी fashion की अंधी दौड़ में  हिंदुओ ने  1 बेटा और 1 बेटी वाला system अपना लिया।


इसके अलावा परिवार छोटा होने से हिंदुओ  का सामाजिक  दबदबा घटता जा रहा है। 1990 के दशक में पूरे bihar और up में हिंदुओ का दबदबा था । मगर west up में अब मुल्लों का दबदबा है । 


सरकार चाहे मुलायम की बने या लालू की

Bjp की बने या कांग्रेस की ,

 मुल्लों का दबदबा बढ़ता जा रहा है क्योंकि  मुल्लों के घर मे बच्चे ज्यादा हैं। शेर हो या सुअर हो वोट की कीमत same होती है ।


Bjp की सरकार बनती है तो police  पीट कर जाती हैं और कांग्रेस  की सरकार आने पर मुल्ले पीटकर जाते हैं । दोनों तरफ से पीट हम ही रहे हैं ।


आजमगढ़ , गाजीपुर जैसे जगह पर जहाँ हिन्दू ज्यादा है  मुल्ले कम वहाँ भी पिट कर आ रहे हैं।

क्योंकि हमारे घर खाली हो चुके हैं , घर मे लड़के नहीं है।


समय आ गया है कि हम भी अपने family system पर विचार करें । हिंदुओ के घर मे कम से कम 4-5 संतान जरूर हों क्योंकि संख्या जितनी होगी वोट की value उतनी ही होगी ।

इसके अलावा 1-2  बच्चे रखने  से आने वाले कुछ सालों में  बहुत से घर में भाई , बहन , चाचा , मामा , जैसे रिश्ते भी खत्म होते जा रहे हैं।

Late शादी करने और  1 बेटा और 1 बेटी वाले परिवार रखने से अब हिंदुओ के new gen वाले बच्चे  कायर , कमजोर , सुकुमार  निकल रहे हैं ।


एक समय था जब बहुत से हिंदुओ  के घर में 5 -7 बेटे  होते थे और आधा गाँव को ऐसे ही हिला कर रखते थे मगर फैशन की अंधी दौड़ में सब चौपट हो गया है।


समय आ गया है कि हम अपने परिवार व्यवस्था में सुधार करें । हिन्दू परिवार में कम से कम 5-6 संतान जरूर हों । और जो लोग 3-4 बेटे , 5 बेटे , 7 बेटे रखना चाहें तो फिर और भी बढ़िया है ।रही बात नौकरी ,education  ,medical , परवरिश इत्यादि की तो हिंदुओ को सरकारी नौकरी का लॉलीपॉप देकर मूर्ख बना दिया ,और हिंदुओ के जितने भी पुस्तैनी रोजगार थे जैसे फल सब्जी खेती बारी चमड़े का उद्योग ,नाई का काम, सब पे मुल्ले ने कब्जा कर लिया ,ये एक ऐसा income वाला source  hai jisme na koi tax dena पड़ता है और ना कोई  कॉलेज की mehngi degree,cash me paisa aata hai, पहले हिंदुओ के बच्चे पैदा होने पे उनको खाने कमाने की चिंता नहीं होती थी,क्यूंकि छोटा मोटा जैसा भी उनका अपना पुस्तैनी रोजगार होता था,जाती और उंच नीच  के नाम पे बांट के हिंदुओ का पुस्तैनी रोजगार मुल्लो ने कब्जा कर लिया।

जागो हिन्दुओं जागो


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