भारत ने इजराइल को 20 टन रॉकेट इंजन, 12.5 टन विस्फोटक चार्ज वाले रॉकेट, 1500 किलो विस्फोटक सामान और 740 किलो गोला-बारूद सप्लाई किया है…
6 जून को गाजा के नुसीरत कैंप पर इजराइल की बमबारी के बीच फिलिस्तीनी मीडिया कुद्स न्यूज नेटवर्क ने एक वीडियो जारी किया…जिसमें में इजराइल की तरफ से दागी गई मिसाइल का हिस्सा दिखाया गया, इस हिस्से पर 'मेड इन इंडिया' का लेबल लगा हुआ था…
‘द वायर’ की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है, कि अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस और इजराइल के एल्बिट सिस्टम्स के बीच एक डील हुई है इसके तहत 20 से अधिक हर्मीस 900 यूएवी/ड्रोन को भारत में तैयार कर इजराइल भेजा गया है।
इसके अलावा जंगी विमानों के कई पुर्जे भी इजराइल को दिए गए हैं। सरकार के स्वामित्व वाली म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड ने जनवरी 2024 में इजराइल को जंगी सामान निर्यात किया है।
स्वीडन के SIPRI के मुताबिक, भारतीय कंपनी प्रीमियर एक्सप्लोजिव लिमिटिड रॉकेट मोटर के पार्ट्स का निर्माण करती है।
इसका इस्तेमाल MRSAM और LRSAM मिसाइल में किया जाता है। कंपनी के ऐग्जीक्यूटिव डायरेक्टर टी चौधरी ने 31 मई को एक कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए ये बात स्वीकार की थी कि फिलीस्तीन युद्ध के बीच भारत से इजराइल को हथियार सप्लाई किए गए हैं…
कितना बदलाव आ गया है.... एक वो जमाना था, जब कोई भी छोटा मोटा युद्ध होने पर भी हम इजराइल से सहयोग मांगते थे.
आज भारत इजराइल की सैन्य सहायता कर रहा है.
यह भी सही है.... संसद और UN में फिलिस्तीन के साथ खड़े हो जाओ और बाहर अपने दोस्त इजराइल के साथ.... दिखाने के दाँत अलग और खाने के अलग.
विश्व राजनीति ऐसे ही चलती है.
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