दक्षिण अफ्रीका, क्रिकेट इतिहास की सबसे जुझारू लेकिन सबसे बदनसीब टीम। एक ऐसी टीम जो अपने माथे पर चोकर्स का धब्बा लगाकर घूम रही है और लाख कोशिशों के बाद भी इससे छुटकारा नही पा पा रही है।
लास्ट मूमेंट में हारने की बदकिस्मती अगर इस टीम के साथ न होती तो यह टीम टेबल पॉइंट में ऑस्ट्रेलिया से दो कदम ऊपर होती। आम तौर पर दो टीमों के बीच मुकाबले में एक टीम जीतती है और एक हारती है।
लेकिन दक्षिण अफ्रीका के साथ खेलते हुए विपक्षी टीम कभी यह महसूस नही कर पाती की दक्षिण अफ्रीका हारी है।
जीत की खुशी तो होती है लेकिन वो जीत दक्षिण अफ्रीका से मिली है ऐसा नही महसूस होता। यह टीम विश्व कप 2024 की ट्रॉफी नही जीत पाई क्योंकि यह इससे ज्यादा डिजर्व करती है। दक्षिण अफ्रीका को एक भारतीय के रूप में मैं वो तोहफा देना चाहती हूँ जो ट्रॉफी से भी ज्यादा कीमती है।
मैं चाहता हूँ ट्रॉफी के बदले दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत से असली बापू के नकली चेले ले जाये और उन्हें उसी ट्रेन से धक्का दे दे। बस इस बार धक्का ट्रेन के इंजन के सामने की ओर देना है।
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