Followers

Sunday, June 23, 2024

EVM की कहानी

 EVM की कहानी


भारत में सबसे पहले EVM 1982 में इंदिरा गांधी ने केरल में इंट्रोड्यूस किया 


लेकिन इंदिरा गांधी इतनी बड़ी गलती कर बैठी कि उन्होंने यह पता नहीं किया है कि भारत के जनप्रतिनिधि कानून के तहत उस वक्त सिर्फ वैलेट पेपर से ही चुनाव मान्य थे


 उन्होंने केरल में 50 बूथ पर EVM से चुनाव करवाए और उस समय के विपक्षी दल EVM के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गए 


सुप्रीम कोर्ट में इंदिरा  गांधी सरकार ने हलफनामा दिया की EVM एकदम सुरक्षित है कोई भी व्यक्ति EVM में हेरा फेरी नहीं कर सकता लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा कि हम EVM की विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठा रहे क्योंकि जनप्रतिनिधि तो कानून के तहत सिर्फ वैलेट पेपर से हुआ चुनाव ही मान्य होता है इसलिए इन सभी 50 बूथ के चुनाव रद्द किए जाते हैं और आप दोबारा वैलेट पेपर से चुनाव करवाइए 


और यदि आपको EVM से चुनाव करवाना है तो फिर आप जनप्रतिनिधित्व कानून में संशोधन करिए


 उसके बाद इंदिरा गांधी 1983 में  जन प्रतिनिधित्व  कानून में संशोधन करवाया और EVM से चुनाव करवाने का कानून बना दिया


 उसके बाद 1985 के विधानसभा चुनाव में 30 सीटों पर EVM  से चुनाव हुए 


एक बार फिर विपक्षी दल संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हंगामा मचाए फिर राजीव गांधी सरकार ने हलफनामा दिया कि ईवीएम में कभी कोई गड़बड़ी नहीं हो सकती उसके बाद राजीव गांधी के ऊपर बोफोर्स भ्रष्टाचार का आरोप लगा अगले चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह से हार हुई 


फिर ईवीएम से चुनाव हुए कभी जनता दल ने काफी सीटे जीती फिर अटल जी का उदय हुआ उस वक्त बीजेपी ने राम मंदिर आंदोलन को जन-जन तक पहुंचा दिया उसके बाद पहले 13 दिन फिर 13 महीने फिर 5 साल की सरकार एवं से बनी उसके बाद फिर ईवीएम से चुनाव हुए बीजेपी हार गई मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री हुए 


उसके बाद 2009 में फिर चुनाव हुए मनमोहन सिंह फिर जीत गए और इस बार आडवाणी जी ने ईवीएम पर सवाल उठाया भाजपा नेता जीबीएल नरसिंह राव ने तो एक पूरी किताब लिख दी की EVM  कैसे गड़बड़ी की जा सकती है फिर सुप्रीम कोर्ट में लोग गए फिर कांग्रेस सरकार ने हलफनामा दिया कि आडवाणी जी किसी भी इंजीनियर से EVM को हैक करके दिखा दें


 उसके बाद मोदी जी का उदय हुआ जैसे ही मोदी जी चुनाव जीते जो चमचे छाती ठोक कर कहते थे कि EVM  हैक ही नहीं हो सकती वहीं चमचे छाती कूट-कूट कर कहने लगे मोदी जी ने ईवीएम हैक कर लिया 


इसी EVM ने  अब तक 100 से ज्यादा बार तमाम राज्य सरकारों के सरकारों को बदला है


 तो यह भारत में EVM  की कहानी है


 और मेरा मानना है की हर हारने वाली पार्टी चाहे बीजेपी हो कांग्रेस हो सपा हो बसपा हो सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए या मनोबल ना टूटने के लिए ही पूरा ठीकरा EVM  पर फोड़ता है




No comments:

Post a Comment

साभार एक विमर्श.... यूं तो #भारत ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है

 साभार एक विमर्श.... यूं तो #भारत ने दुनिया को बहुत कुछ दिया है।लेकिन आज #योग और #आयुर्वेद पर चर्चा कर रहे हैं।ऐसे माहौल में जब #एलोपैथी ने ...